चीन क्यों है नास्तिक

नास्तिक चीन !
चीन आधिकारिक तौर पर एक नास्तिक देश हैं। चीन का संविधान वैसे तो किसी भी धर्म का पालन करने की आजादी देता    है लेकिन इसके बावजूद चीन में कई पाबंदीया हैं। 

राज्य केवल 5 धर्मो को मान्यता देता हैं जिसमे बौद्घ, कैथोलिजम, डाओजिम,   इस्लाम,प्रोस्टैटिजियम शामिल हैं इसके अलावा किसी अन्य धर्म कृयाकलापो पर लगभग रोक हैं। चीन में स्थित बौद्ध धर्म का प्रवेश भारत देश से  ही हुआ था 

ईसा पूर्व 6 वीं शताब्दी में महात्मा   बुद्ध दवारा बौद्ध धर्म की स्थापना की गई भारत में अगली 5 शताब्दीयो में बौद्ध धर्म पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में फैला और अगले दो हज़ार वर्षो में मध्य पूर्वी और दक्षिणी पूर्वी, फैल गया और धीरे -धीरे बौद्ध धर्म अपना विस्तार बढाता चला गया। 
 
         इसके पश्चात बौद्ध धर्म जब अपनी चरम सीमा पर था तब आदि शंकराचार्य जो भारत के एक महान दार्शनिक एवं धर्मपृवतृक थे इन्होंने अद्वैत वेदांत  को ठोस आधार प्रदान किया। इन्होंने सनातन धर्म की विविध विचारधाराओ का एकीकरण किया उपनिषदो और वेदो को आधार बनाया, इनके द्वारा भारतवर्ष में चार मठो की स्थापना की गई जो आज भी हैं इनके विचार ,उपदेश आत्मा और परमात्मा की एकरूपता पर आधारित हैं जिसके अनुसार परमात्मा (भगवान) एक ही समय में सगुण और निर्गुण दोनों ही स्वरूपो में रहता हैं।         इनके विचारो और वेदो के आधार पर धीरे-धीरे लोग आस्तीक (भगवान में भरोसा) होने लग गये भारत में हिन्दू धर्म स्थापित होने लग गया और बौद्ध धर्म का विस्तार रुक गया ,भारत आदी शंकराचार्य जी के पृयासो के कारण उस वक्त नास्तिक बनने से बच गया।
देश में हिंदु धर्म के अधिक प्रचार के कारण जो बौद्ध धर्म के कुछ लोग बचे थे वे अलग -अलग देशो में जा बसे और नास्तिकता के कारण वहा बौद्ध धर्म का फैलाव हो गया। लेकिन भारत के ज्यादातर लोग नजदीकी के कारण चीन चले गए और जनसंख्या अधिक होने के कारण वहा बौद्ध धर्म तेजी से फैलता गया आज चीन देश पुरा नास्तिक हो चुका हैं , 
तभी मानवता  का पूरी तरह से ह्रास  हो गया हैं, जीव हिंसा चरम पर हैं 
आए दिन नई नई मुसीबतों आपत्तियों का सामना करना पड़ता है।
चीन में फैली नास्तिकता का मुख्य कारण सच्चे ज्ञान का ना पहुंचना है बौद्ध धर्म पूर्ण रूप से नास्तिकता का प्रचार करता है जोकि शास्त्र विधि साधना करने के कारण महात्मा बुद्ध को आध्यात्मिक व अन्य लाभ ना प्राप्त होना के कारण बुद्ध ने अपनी सोच को प्रसारित किया है।

वर्तमान परिस्थिति से उभरने का एकमात्र रास्ता -
वास्तविकता में आज वर्तमान समय में नास्तिक देशों में एक परमेश्वर की आस्था को उजागर करने के लिए केवल एक मात्र रास्ता शास्त्र प्रमाणित भक्ति साधना व सत्य ज्ञान जिसके लिए संत रामपाल जी महाराज भारतवर्ष में तथा विश्व भर में पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब के सच्चे ज्ञान को यथार्थ रूप से जनता के सामने प्रस्तुत कर रहे हैं जिसकी वजह से भक्ति करने वाले लोगों को अद्भुत लाभ प्राप्त होते हैं जिसका वर्णन सभी धर्म के पवित्र शास्त्रों में हैं जिसकी वजह से लोगों की आस्था भगवान बढ़ती जाएगी और विश्व में फैली हुई अशांति के मध्य संत रामपाल जी महाराज के शिष्य पूर्ण रूप से सुखमय जीवन बिता रहे हैं तथा मांसाहार तथा दूसरे अन्य बुराइयों से सदा सदा के लिए दूर जो जाते हैं।
संत रामपाल जी महाराज के मंगल प्रवचन साधना टीवी पर रोज रात 7:30 बजे अवश्य देखें तथा शास्त्र अनुकूल भक्ति को अपनाएं

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