मांस खाना महापाप है।
अल्लाह ने हम मनुष्य के खाने के लिए फलदार व्रक्ष तथा बिजदार पौधे दिए हैं, मांस खाने का आदेश नही दिया।जीव हिंसा करने से पाप लगता है ऐसा महापाप नही करना चाहिए।
परमात्मा कबीर जी कहते हैं:-जो जीव हत्या करता है, मांस खाते है, वह अपराधी आत्मा म्रत्यु उपरांत नरक में जाएंगे।
आज का मानव समाज मांस खाकर महापाप का भागी बन रहा है।कभी सोचा है कि अगर मांस खाने से परमात्मा प्राप्त्ति होती,तो सबसे पहले मांसाहारी जानवरो को होती,जो केेेेवल मांस ही खाते हैं।
यदि इंसान को इस बात का ज्ञान हो जाए कि मांस खाने से उसे क्या क्या हानि होती है तो वह मनुष्य अपने जीवन मे कभी मांस के हाथ नही लगाएगा
यदि इंसान को इस बात का ज्ञान हो जाए कि मांस खाने से उसे क्या क्या हानि होती है तो वह मनुष्य अपने जीवन मे कभी मांस के हाथ नही लगाएगा
परमात्मा के वास्तविक विधान को जानकर जीव सभी दुखो से बच जाता है।और अपने जीवन को सुखी बना कर जीवन व्यतीत करता है।
●संत रामपाल जी महाराज के पास वास्तविक आध्यात्मिक ज्ञान है जिससे परमेश्वर कबीर साहेब के विधान अनुसार दुराचारी व्यक्ति सभी पापो व अपराधों को छोड़कर एक सज्जन इंसान बन जाता है।
●संत रामपाल जी महाराज के मंगल प्रवचन सुनिए साधना टीवी शाम 7.30-8.30
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